Wednesday, October 07, 2009

हमारे कामरेड मनीष भइया

हमारे कामरेड मनीष भइया आज कल AISA के किसी बड़े पोस्ट पर है । लेकिन मिलने पर वही आत्मीयता और वही नॉकजोक कभी कभी हमारे विचारो में मेल नही खता और शुरू हो जाती है बहस । लेकिन बहस के बाद हम फ़िर वही पहुँच जाते है जहा से हमने शुरू किया था । मनीष भइया के प्रयत्नों को देख कर यही लगता है की हमारी राजनीति के सच्चे युवा पहरुआ शायद आज भी संघर्ष के दौर में है । वंश वाद से दूर नीजी चैनेलो के फोकस से दूर यह केवल अपने काम करते है । ये चुनाव जीतने के बाद स्विट्जरलैंड chuttiya नही मनाने जाते । गरीबो के यहां dunlop के गद्दे पर नही सोते। ये केवल अपना कार्य करते है ये करिश्माई पोस्टर बॉय भी नही । आज मनीष भइया जैसे कितने कार्यकर्ता है जो केवल अपना काम करते है और उन्होंने कभी भी चुनाव के बारे में सोचा भी नही । कारण साफ़ है क्यों की राज नीति की पकड़ शायद डिम्पल यादव (मुलायम सिंह यादव की बहु) जैसे समझदार हाथो में देने के बात की जा रही है । इसीलिए शायद किसी नेता ने कहा था की नेता और कार्यकर्त्ता में फर्क होता है और अगर सभी कार्यकर्ता नेता बन जायेंगे तो ज़मीन पर काम कौन करेगा जाहिर है राहुल के पास अभी और भी काम है ।

Thursday, September 24, 2009

wanted ki wanted

aaj bhi ek aisa heero hai jiske parde pas dikhte hi public citiya maarti hai wo aur koi nahi wo wanted salman hai police ke priya wanted ne is film me under cover cop ki bhumika nibhai hai jisme wo dialog kam aur haaath pair jyada chalaye hai . salman ki ek cheese achhi lagthi hai aur wo hai maasumiyat aur shayad yahi salman ka sabse bada USP hai . film me shayad bonny ne sabse jyada paisa sajid wajid ko hi diya tha lekin unhone kuch achhe gaane bhi diye jo fm aur radio par kafi dino tak tikenge . prabhu deva ke direction achha laga lekin kai jagah filmo me south indian touch dikha salman ke dance me prabhu ne achhe steps diye lekin salman apni pahalwan sharir ke kaaran flexibility me kuch kamzor lage . Aysha apni muskurahat se crowd ko kuch entertain kiya nayak pradhan is film me unhone apni chaap jaroor chhodi hai . baaaki film achhi hai action se bhara uch had tak family film jaha kaise hua ke liye koi jagah nahi haan kya hua aap pooch sake hai. film release ka sabse bada jhatka DIL BOLE HADIPPA ko laga . rani aur shahid mayus honge aur shayad multiplex me wanted ka hi ticket lenge.

Tuesday, September 01, 2009

कहानी ऐड्स के मरीजो की

ऐड्स chune से नही फैलता ऐड्स बल्कि ये करने से फैलता है ऐड्स वो करने से फैलता है । ये सब बाते हम अक्सर टेलीविजन पर देखते है पर आज भी गावों में jagrukata की कितनी कमी है इस का पता इसी से चल जा है की हम किस सदी में जी रहे है । बात बनारस से कुछ किलोमीटर दूर एक गाँव की है वहा का कोई लड़का बॉम्बे गया था कमाने और ऐड्स ले के लौटा बनारस में चेक कराया पता चला ऐड्स है । घर पर लोगो ने घर से nikaal दिया और गाँव के बाहर एक जगह झोपडी बनवा दी धीरे धीरे उसकी हालत ख़राब होने लगी । और बात गाँव में फैलने लगी की फलां को ऐड्स है अब गाँव वालो को लगा की कही ये ऐड्स फैला न दे इसलिए गाँव वालो ने nischaya किया की इसको गोली मार दी jaay लेकिन कुछ लोगो को लगा की बीमार आदमी है गोली कैसे मारी jaay कोई पागल कुत्ता तो है नही । लेकिन बेचारा कुछ दिनों बाद ilaj के अभाव में ख़ुद ही दम तोड़ दिया । दूसरी ख़बर भी बनारस के ऐड्स मरीज की है ऐड्स कैसे हुआ जैसे ऊपर वाले को हुआ बॉम्बे गया ऐड्स लाया यहाँ पर लोगो ने उसके दूर के रिश्तेदार से जो haawkar था उससे पेपर लेना बंद कर दिया क्योंकि उसके रिश्तेदार को ऐड्स था कही उनको न हो जाय । यह खबरे सबक सिखाती है की नाको के अभियानों को अभी और काम करने की ज़रूरत ही ।

Wednesday, August 12, 2009

कम उम्र में दिल का दौरा

आज कल दिल का दौरा पड़ना इतना आम हो चला है की चाहे कोई भी उम्र हो हार्ट अटैक का खतरा मंडरा रहा है । मै जितने लोगो से मिला सबने अलग अलग तर्क दिए किसी ने कहा की खान पान में हो रही तब्दीली इसके लिए जिम्मेदार है तो किसी ने कहा की लोगो ने संतोष जो छोड़ दिया है । सबके तर्क अकाट्य है क्योंकि हार्ट अटैक तो आ ही रहा है और वो स्वाइन फ्लू से कई गुना खतरनाक है क्योंकि स्वाइन फ्लू तो कुछ दिन का मेहमान है लेकिन दिल की बीमारियाँ तो स्थायित्व लेती जा रही है । हमे चेतना होगा क्योंकि हम ने साइकिल को आराम दे दिया है मोटर साइकिल उठा ली है । और पैदल चलना नही चाहते । अगर हमको एक लंबी ज़िन्दगी चाहिए तो हमको आराम तलबी छोडनी होगी । नही तो परिवार के लिए एक लंबा सा इंश्योरेंस ले ही लीजिये ।

Monday, June 15, 2009

टी २0 विश्व कप में भारत और IPL

आज पहली बार टी २० विश्व कप में भारत की हार से दुःख नही हुआ कारण साफ़ था हमने थके घोडो पर दाव लगाया था जो IPL की दौड़ में चूस लिए गए थे IPL जो ग्रेड बी खिलाड़ियों से भरा है उसमे कके चौको की बर करने वाले घोडे आज असली race में फिसड्डी साबित हुएयहाँ नही भूला चाहिए की ipl केवल मनोरंजन के लिए होता है और सारी चीज़ें उसमे धमाके दार बनाये जाती है glamour से भरपूरलेकिन टी २० के विश्व कप में वास्तिविकता थी वहा सभी ग्रेड खिलाड़ी थे और हमारे खिलाड़ी गलियों में खेल कर थक चुके थे धोनी से stumping नही हो पा रही थी युवराज से कैच छूट रहे थे जहीर झुक नही पा रहे थे सहवाग तो पहले ही बोरिया बिस्तर समेत चुके थे फ़िर हम कहा से जीतते

Tuesday, February 10, 2009

slum ka dog

Taj mahal appartment se uthti roshniyon aur waha ho rahe shor se jhopad patti ke kutton me badi halchal hui ki aakhir baat kya hai . jaasoos bheje gaye ,pata chala ki kisi film ko koi inaam-vinaam mila hai is liye log shor kar rahe hai . kutton ke sardaar ne aana fanaan me baithak bulaayi sabhi kutee waha pahuche . sardaar ne sabko sambodhit kiya ki "sathiyo hamare naam ka istemaal kar ke aaj film bani hai aur hume poocha tak nahi gaya" . sabhi kutton ne ha me ha milaye . sar dar ne kaha ki
"is baar hum chup nahi baithenge hum parliament jaayenge apne haq ki ladaaaye ladenge hum andolan karenge kyoki humare marne ko bhi mazaak samjha jaaata hai ki kutte ki maut mar gaya.akhir hum me aur insaan me kya fark hai bas yahi ki wo taza khata hai aur hum basi . akhir hum ko bhi to jeene ka haq hai ."
sabhi kutte aaj sardar ki bato ko cinemaai parda samajh kar us par apna sunhara bhavishya dekh rahe the aur bhool gaye the ki unki zingi foootpaath par hi hai tabhi slum dog.......... ki kaam yaaabi ke nashe me choor ek kar foot paathe par chhad jaati hai aur kai kutte wahi kutton ki maut mar jaate hai ......... aur sardar ke muh se antim shabd yahi nikalta hai ki "is baar hum apna haq le kar rahenge"